Friday, 13 September 2019

Geography GK Questions and Answers in Hindi

  • उत्तर पूर्वी राज्यों की ‘ सात  बहनों’  का भाग नहीं है –  पश्चिम बंगाल
  • वर्ष 1953 में,  जब आंध्र प्रदेश एक अलग राज्य बना,  तब उसकी राजधानी थी –  कुरनूल
  • सबसे अधिक जिले हैं –  उत्तर प्रदेश में
  • 4 दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश,  कर्नाटक,  केरल और तमिलनाडु में से सबसे अधिक भारतीय राज्यों के साथ सीमावर्ती है –  आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में से प्रत्येक
  • तेलंगाना राज्य की सीमा बनाता है –  आंध्र प्रदेश,  कर्नाटक,  महाराष्ट्र,  छत्तीसगढ़
  • मणिपुर की राजधानी है –  इम्‍फाल
  • गुजरात की राजधानी है – गांधीनगर
  • राजस्थान की राजधानी है –  जयपुर
  • अरुणाचल प्रदेश की राजधानी है –  ईटानगर
  • भारत के 29वें राज्य तेलंगाना की राजधानी है –  हैदराबाद
  • मिजोरम की राजधानी है –  आइजोल
  • चंडीगढ़,  भुवनेश्वर,  बेंगलुरु एवं गांधीनगर में से सुनियोजित राजधानी नगर नहीं है –  बेंगलुरु
  • भारत में केंद्र शासित राज्यों की संख्या है –  7
  • भारत का सबसे बड़ा संघ राज्य है –  दिल्ली
  • भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित क्षेत्र है –  लक्षद्वीप
  • पांडिचेरी का क्षेत्र / पाया जाता है – तमिलनाडु,  केरल एवं आंध्र प्रदेश राज्य में
  • त्रिपुरा,  दमन एवं दीव,  लक्षद्वीप एवं पुडुचेरी  में से केंद्र शासित क्षेत्र नहीं है – त्रिपुरा
  • दमन और दीव के बारे में सत्य कथन है – दमन और दीव के बीच खंभात की खाड़ी है।  इसकी राजधानी दमन है।
  • सिलवासा राजधानी है – दादरा एवं नगर हवेली की
  • भारत के केंद्र शासित प्रदेश है – दिल्ली,  चंडीगढ़,  लक्षद्वीप,  दादरा एवं नगर हवेली,  पुडुचेरी,  अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह  तथा दमन  दीव।
  • ” यह पीले वर्ण के, तिर्यक नेत्र,  उठी हुई कपोल अस्थि,  छुटपुट केश और मध्यम ऊंचाई वाले व्यक्ति होते हैं।”  इसका संदर्भ है –  मंगोलायड जनों से
  • उत्तर पूर्वी भारत के पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्रों में प्रजातीय समूह पाया जाता है –  मंडोलायड
  • प्रोटो-ऑस्‍ट्रेलॉयड प्रजाति से संबंधित भारतीय जनजाति है – संथाल
  • राज्य जिसमे जनजातीय समुदाय की पहचान नहीं की गई है,  वह है –  हरियाणा
  • वह जनजाति दिवाली को  शोक का त्यौहार मानती है –  थारु
  • थारू लोगों का निवास है –  उत्तर प्रदेश में
  • संथाल निवासी हैं –  पूर्व भारत के
  • ऋतु प्रवास क्रिया करते हैं –  भूटिया
  • बोडो निवासी (Inhabitants)  है – गारो पहाड़ी के
  • गारो जनजाति है –  मेघालय,  असम एवं मिजोरम की
  • ‘ खासी’ एवं ‘ गारो’ भाषा बोलने वाली जनसंख्या पाई जाती है –  मेघालयअसम एवं मिजोरम राज्यों में
  • चेंचू, लेप्‍चा, डफला एवं डाफर जनजातियों में से केरल में पाई जाने वाली जानजाति है – चेंचू
  • भारत की सबसे बड़ी जनजाति है – भील जनजाति
  • टोडा एक जनजाति है जो निवास करती है –  नीलगिरी की पहाड़ियों पर
  • एक जनजाति,  जो सरहुल त्यौहार मनाती है –  मुंडा
  • उत्तराखंड की सबसे बड़ी अनुसूचित जनजाति है – जौनसारी
  • मिजोरम में बस्‍ती संरूप मुख्यतः  कटकों  के साथ साथ ‘रैखिक-प्रतिरूप’ का है क्योंकि – घाटियां कटकों की अपेक्षा ठंडी है।
  • भील जनजाति पाई जाती है – महाराष्ट्र,  गुजरात,  राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में
  • बहुपतित्व की प्रथा मनाई जाती है – जौनसारी,  टोडा,  खस,  कोटा,  बोटा,  तिवान,  इरावा एवं नायर जनजातियों में
  • सहरिया जनजाति के लोग, जो हाल में चर्चा में थे,  निवासी हैं  –  राजस्थान के
  • भारत में जनजातियों के निर्धारण का आधार है – सांस्कृतिक विशेषीकरण और विभिन्न आवास
  • भारत के चाग्‍पा समुदाय के संदर्भ में सही कथन है – वे अच्छे किस्म का ऊन देने वाली पश्मीना बकरी बकरियों को पालते हैं। उन्हें अनुसूचित जनजातियों की श्रेणी में रखा जाता है।
  • ‘लोहासुर’ को अपने देवता मानती है – अगरिया जनजाति
  • शोंपेन जनजाति पाई जाती है –  निकोबार द्वीप समूह में
  • केंद्र शासित प्रदेशों में से औंज जनजाति के लोग रहते हैं – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में
  • जारवा जनजाति के लोग,  जो  हाल में चर्चा में रहे,  निवासी हैं –  अंडमान निकोबार के
  • भारत के सर्वाधिक आद्य जनजाति है –  जारवा
  • मंगानियार  के नाम से जाना जाने वाले लोगों का समुदाय –  पश्चिमोत्तर भारत में अपनी संगीत परंपरा के लिए विख्यात है।
  • झूमिंग करते हैं –  खासी जनजाति के लोग 
  • भारतीय उपमहाद्वीप में बोली जाने वाली भाषाओं में बोलने वालों की सर्वाधिक संख्या के आधार पर हिंदी के बाद नंबर आता है – बांग्ला भाषा का
  • आस्ट्रिक समूह की भाषा है – खासी
  • भारत का सबसे बड़ा भाषाई समूह है –  इंडो आर्यन
  • गंगा नदी उदाहरण है – पूर्ववर्ती अपवाह का
  • बांग्लादेश में गंगा नदी को पुकारा जाता है – पद्मा
  • सुंदरबन डेल्टा का निर्माण करने वाली नदियां है – गंगा और ब्रह्मपुत्र
  • गंगा की जलोढ़ मृदा की गहराई भूमि सतह के नीचे लगभग –  6000 मीटर तक होती है। 
  • सत्य कथन है – देवप्रयागअलकनंदा एवं भागीरथी नदी के संगम पर स्थित है।  रुद्रप्रयागअलकनंदा एवं मंदाकिनी नदी के संगम पर अवस्थित है।  अलकनंदा नदी पति नाथ से बहती है।
  • अलकनंदा तथा भागीरथी का संगम होता है – देवप्रयाग में
  • मंदाकिनी नदी जल प्रवाह अथवा मुख्य नदी संबंधित है – अलकनंदा से
  • केदारनाथ से रुद्रप्रयाग के मध्य बहती है –  मंदाकिनी नदी
  • वह नदी का तट   जिस पर बद्रीनाथ का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है –  अलकनंदा
  • भारत की सबसे बड़ी वाह नदी है –  गंगा
  • भागीरथी नदी निकलती है –  गोमुख से
  • गंगा नदी की एकमात्र सहायक नदी जिसका उद्गम मैदान में से है –  गोमती
  • बेतवा,  चंबल,   केन तथा रामगंगा नदियों में से यमुना की सहायक नदी नहीं है – राम गंगा
  • यमुना नदी का उद्गम स्थान है –  बंदरपूंछ चोटी
  • बेतवा नदी मिलती है – यमुना से
  • गंगा कि वह सहायक नदी जो उत्तरवाहिनी है –  सोन
  • गंगा नदी में बाएं से नहीं मिलती है –  सोन नदी
  • यमुना और सोन के मध्य जलद्विभाजक का कार्य करने वाली श्रेणी है –  कैमूर श्रेणी
  • तिब्बत में उत्पत्ति पाने वाली ब्रह्मपुत्र,  इरावती और मेकांग नदियां अपने ऊपरी पौधों में संकरण और समांतर पर्वत श्रेणियों से होकर प्रवाहित होती है।  इन नदियों में ब्रम्हपुत्र भारत में प्रविष्ट होने से ठीक पहले अपने प्रवाह में यू टर्न लेती है। यह यू टर्न बनता है –  भूवैज्ञानिक कि तरुण हिमालय के अक्षसंघीय नमन के कारण
  • भारत में ‘यरलूंग जंगबो नदी’ को जाना जाता है –  ब्रम्हपुत्र नाम से
  • तिब्बत में मानसरोवर झील के पास जिस नदी का स्रोत है वह है –  ब्रम्हपुत्र,  सतलज,  सिंधु
  • अरुणाचल प्रदेश से होकर बहने वाली नदियां है –  रोहित और सुबनसिरि 
  • मानस नदी सहायक नदी है – ब्रम्हपुत्र की
  • ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत में जानी जाती है – सांग्पो नाम से
  • ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव क्षेत्र है – तिब्बत,  बांग्लादेश,  भारत
  • ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी है/ नदियां है – दिबांगकमेंगलोहित
  • वह नदियां जिनका स्रोत बिंदु लगभग एक ही है –  ब्रम्हपुत्र और सिंधु
  • नर्मदा नदी पश्चिम की ओर बहती है, जबकि अधिकांश अन्य प्रायद्वीपीय बड़ी नदियां पूर्व की ओर बहती है,  क्योंकि –  यह एक रेखीय विभ्रंश (रिफ्टघाटी में विस्तृत है।
  • नर्मदा घाटी चीन पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है वह है –  विंध्य और सतपुड़ा
  • भारत की पश्चिम की ओर बहने वाली नदियां जो डेल्टा का निर्माण नहीं करती है – नर्मदा ताप्ती पेरियार
  • कृष्णा, गोदावरी,  ताप्‍ती एवं कावेरी नदियों में से वह नदी जो डेल्टा का निर्माण नहीं करती है –  नर्मदा,  ताप्ती,  पेरियार
  • अमरकंटक से उद्गम होता है –  नर्मदा नदी का
  • नर्मदा घाटी उदाहरण है –  भ्रंश  घाटी का
  • रिफ्ट घाटी का भ्रंश द्रोणी  से होकर बहने वाली नदी है –  नर्मदा
  • पश्चिम वाहिनी नदियों में दो पर्वत श्रेणियों के बीच बहने वाली नदी है –  नर्मदा
  • तवा सहायक नदी है –  नर्मदा की
  • गोदावरी,  ताप्ती,  कृष्णा एवं महानदी में से अरब सागर में गिरने वाली नदी है –  ताप्ती
  • वह नदी जो तीन बार दो धाराओं में विभक्त हो जाती है और कुछ  मील आगे जाकर  पुनः मिल जाती है और इस प्रकार श्रीरंगपट्टनम,  शिवसमुद्रम और श्रीरंगम के द्वीपों का निर्माण करती है –  कावेरी
  • कावेरी नदी का उद्गम है – ब्रह्मगिरी पहाड़ियों में
  • कावेरी नदी किन राज्यों से होकर गुजरती है,  वह है –  कर्नाटक,  केरल,  तमिलनाडु
  • दक्षिण की गंगा कहा जाता है –  कावेरी को
  • कृष्णा नदी जल विवाद है – आंध्र प्रदेश,  कर्नाटक और महाराष्ट्र के मध्य
  • वह नदी जिन को जोड़ने का कार्य किया गया –  गोदावरी और कृष्णा
  • गोदावरी,  कावेरी,  ताप्ती  एवं महानदी में से वह नदी जो एश्‍चुअरी बनाती है –  ताप्ती
  • गोदावरी,   महानदी,  नर्मदा व ताप्ती नदियों की लंबाई के अवरोही क्रम में सही अनुक्रम है –  गोदावरी– नर्मदा– महानदी– ताप्‍ती
  • प्रायद्वीपीय भारत में पूर्व दिशा में बहने वाली नदियों का उत्तर दक्षिण का सही क्रम है – सुवर्णरेखा,  महानदी,  गोदावरी,  कृष्णा,  पेन्‍नार,  कावेरी और वेंगई
  • दक्षिण भारत की नदियों का प्रमुख अपवाह तंत्र है – वृक्षनुमा
  • सोन, नर्मदा तथा महा नदी निकलती है – अमरकंटक से
  • वह नदी जो एस्चुअरी नहीं बनाती है, वह है – महानदी
  • ओडिशा में अपना डेल्टा बनाती है – महानदी
  • वह नदियां जिनके घाटों में जल का अभाव है – साबरमती तथा ताप्ती के घाटों में
  • वह स्थान जहां से भारत की दो महत्वपूर्ण नदियों का उद्गम होता है, जिनमें एक उत्तर की तरफ प्रवाहित होकर बंगाल की खाड़ी की तरफ प्रवाहित होने वाली दूसरी महत्वपूर्ण नदी में मिलती है और  दूसरी अरब सागर की तरफ प्रवाहित होती है – अमरकंटक
  • मध्य प्रदेश के पूर्व से पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली नदियां है – नर्मदा, ताप्ती और माही
  • नर्मदा, महानदी,  गोदावरी एवं कृष्णा नदियों में से सर्वाधिक बड़ा जल ग्रहण क्षेत्र है –  गोदावरी नदी का
  • प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है – गोदावरी
  • वशधारा, इंद्रावती,  प्रणहिता  एवं  पेन्नार नदियों में से गोदावरी की सहायक नदियां हैं –  इंद्रावती और प्रणहिता
  • हिमालय की सभी श्रेणियों को काटने वाली नदी – सतलज नदी
  • दूध गंगा नदी अवस्थित है – जम्मू एवं कश्मीर, उत्तराखंड तथा महाराष्ट्र में
  • बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियां हैं – गंगा, ब्रम्हपुत्र, गोदावरी, महानदी, कृष्णा, कावेरी, पेन्नार, स्वर्णरेखा तथा ब्राह्मणी
  • कृष्णा नदी की सहायक नदी है – कोयना, यरला, डीना, वर्णा, घाटप्रभा आदि
  • हंगरी सहायक नदी है – तुंगभद्रा की
  • सोन नदी का वास्तविक स्रोत है – शहडोल जिले में अमरकंटक से
  • दामोदर नदी से निकाली गई नहर है – एडन नहर
  • दामोदर सहायक नदी है – हुगली की
  • दामोदर नदी निकलती है – छोटा नागपुर के पठार से
  • पूर्व की ओर बहने वाली भारत की नदी जिसमें निम्नावलन (Down warping) के कारण विभ्रंश घाटी (Rift valley) है – दामोदर
  • भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदी है – दोनों
  • भारत में भूमि पर मृत नदी है – लूनी नदी
  • लूनी नदी के संदर्भ में, सही कथन है – यह कच्छ की रन की दलदली भूमि में लुप्त हो जाती है।
  • माही, घग्‍घर, नर्मदा और कृष्णा नदियों में से अंत: अंतः स्थलीय नदी  का उदाहरण है –  घग्‍घर
  • सबसे अधिक नदी पथ परिवर्तन (Maximum Shifting of Course) करने वाली नदी है – कोसी नदी
  • खारी नदी अपवाह तंत्र का अंग है, वह है – बंगाल की खाड़ी
  • वह नदी जिसका स्रोत हिमनदों में नहीं है – कोसी नदी
  • त्रिवेणी नहर में पानी आता है – गंडक नदी से
  • बिहार की वह नदी जिसने वर्ष 2008 में अपना मार्ग परिवर्तित किया एवं आपदा की स्थिति उत्पन्न की थी – कोसी नदी
  • संथाल परगना में लगने वाला दुमका का हिजला मेला आयोजित किया जाता है – मयूराक्षी नदी पर
  • 2 राज्यों में पहली बार दो नदियों को जोड़ने की परियोजना के संबंध में समझौते के स्मृति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए है। राज्य और नदियों के नाम है – उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश : केन एवं बेतवा
  • उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश राज्य में संयुक्त ‘राजघाट नदी घाटी परियोजना’ लागू की गई है, वह स्थित है – बेतवा नदी पर
  • भारत में विश्व का सबसे ऊंचा पुल बनाया जा रहा है – चिनाब नदी पर
  • महात्मा गांधी सेतु स्थित है – बिहार में
  • वह नदी जिसका उद्गम स्थल भारत में नहीं है – सतलज
  • कपिली किसकी सहायक नदी है,  वह है – ब्रह्मा (ब्रम्हपुत्र)
  • अध्यारोपित नदी का उदाहरण है – चंबल
  • संकोश नदी सीमा बनाती है – असम एवं पश्चिम बंगाल के बीच
  • वह नदी जो मध्य प्रदेश से निकलती है और खंभात की खाड़ी में गिरती है – माही नदी
  • किशनगंगा एक सहायक नदी है – झेलम नदी की
  • मुंबई की मीठी नदी झील से निकलती है,  वह है – विहार झील
  • गंगा नदी के किनारे सबसे बड़ा शहर है – कानपुर
  • भागीरथी नदी के किनारे स्थित शहर है – उत्तर काशी
  • लेह अवस्थित है – सिंधु नदी के दाएं तट पर
  • लुधियाना अवस्थित है – सतलज नदी के तट पर
  • हैदराबाद अवस्थित है – मूसी नदी के तट पर
  • भुनेश्वर अवस्थित है – महानदी के तट पर
  • हुंडू प्रपात निर्मित है – सुवर्णरेखा (स्वर्णरेखा) नदी पर
  • सुमेलित कीजिए – कपिलधारा प्रपात – नर्मदा नदी, जोग प्रताप – शरावती नदी, शिवसमुद्रम प्रपात – कावेरी नदी पर अवस्थित है।
  • भारत का सबसे बड़ा जलप्रपात, जोग प्रताप स्थित है – शरावती नदी पर
  • भारत का वह जलप्रपात जिसे  लोकप्रिय रूप से नियाग्रा जलप्रपात के तौर पर जाना जाता है – चित्रकूट प्रपात
  • भारत के गोवा में स्थित जलप्रपात है – दूधसागर प्रपात
  • भेड़ाघाट पर स्थित जलप्रपात है – धुआंधार जलप्रपात
  • विश्व जल प्रपात डेटाबेस की वर्तमान स्थिति के अनुसार, भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात है – नोहकालिकई (मेघालय)
  • बेम्‍बनाद झील है – केरल में
  • पेरियार झील 55 किलोमीटर क्षेत्र में फैली है, जो है – कृत्रिम झील
  • चिल्का झील जहां स्थित है, वह है – उत्तरी सरकार तट पर
  • चिल्का झील स्थित है – ओडिशा में
  • लोकटक झील अवस्थित है – मणिपुर राज्य में
  • दो भारतीय राज्यों की साझेदारी वाली झील – पुलीकट
  • फुल्‍हर झील स्थित है – उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में
  • असम में अवस्थित झील है – चपनाला
  • ‘रहस्यमई झील’ कहा जाता है – रूपकुंड झील को
  • जम्मू एवं कश्मीर में अवस्थित झील है – अंचार झील (श्रीनगर)
  • बर्फ से ढकी झील घेपन स्थित है – हिमाचल प्रदेश में
  • ‘मानसून’ शब्द की व्युत्पत्ति हुई है – अरबी भाषा से
  • भारत का वह राज्य जहां मानसून का आगमन सबसे पहले होता है – केरल
  • भारत में ग्रीष्मकालीन मानसून के प्रवाह की सामान्य दिशा है – दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व
  • भारतीय उपमहाद्वीप पर ग्रीष्म ऋतु में उच्च ताप और निम्न दाब, हिंद महासागर से वायु का कर्षण (Draw) करते हैं,  जिसके कारण प्रवाहित होती है – दक्षिण-पश्चिमी मानसून
  • भारत का सबसे सुखा स्थान है – लेह
  • भारत को उष्ण कटिबंध और उपोष्ण कटिबंध में विभाजन करने के आधार के रूप में मानी गई जनवरी का समताप रेखा है – 18 डिग्री सेल्सियस
  • भारत में सर्वाधिक दैनिक तापांतर पाया जाता है – राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्रों में
  • तमिलनाडु में मानसून के सामान्य महीने हैं – नवंबर दिसंबर
  • भारतीय मानसून मौसम विस्थापन से इंगित है, जिसका कारण है – स्थल तथा समुद्र का विभेदी तापन
  • सत्य कथन है – दक्षिणी भारत से उतरी भारत की ओर मानसून की अवधि घटती है। उत्तरी भारत के मैदानों में वार्षिक वृद्धि की मात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती है।
  • अमृतसर एवं शिमला लगभग एक ही अक्षांश पर स्थित है, परंतु उनकी जलवायु में भिन्नता का कारण है – उनकी ऊंचाई में भिन्नता
  • मानसून का निवर्तन इंगित होता है – साफ आकाश से, बंगाल की खाड़ी में अधिक दाब परिस्थिति से, स्थल पर तापमान के बढ़ने से
  • सही कथन है – पूरे वर्ष 300N और 600S अक्षांशों के बीच बहने वाली हवाएं पछुआ हवाएं (वेस्‍टरलीज) कहलाती हैं, भारत के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में शीतकालीन वर्षा लाने वाली आर्द्र वायु संहतियां (मॉइस्‍ट एयर मासेज) पछुआ हवाओं के भाग हैं।
  • भारत के सर्वाधिक वर्षा मुख्यतः प्राप्त होती है – दक्षिण पश्चिम मानसून से
  • उत्तरी पूर्वी मानसून से सबसे अधिक वर्षा प्राप्त करने वाला राज्य है – तमिलनाडु
  • अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, केरल एवं जम्मू-कश्मीर राज्यों में से अधिकतम औसत वार्षिक वर्षा होती है – सिक्किम में
  • भारतीय नगरों पटना, कोच्चि, कोलकाता एवं दिल्ली में सामान्य वर्षा का सही अवरोही क्रम है – कोच्चि, कोलकाता, पटना, दिल्ली
  • आम्र वर्षा (Mango Shower) संबंधित है – आम की फसल से
  • भारत में सबसे कम वर्षा वाला स्थान है – लेह
  • दक्षिण पश्चिम मानसून काल में कोलकाता, मंगलोर, चेन्नई एवं दिल्ली में सबसे कम वर्षा होती है – चेन्नई में
  • चेरापूंजी अवस्थित है – मेघालय राज्य में
  • भारत वर्ष में सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है – पश्चिमी घाट, हिमालय क्षेत्र तथा मेघालय
  • भारत में वर्षा का आदित्य होते हुए भी देश प्यासी धरती समझा जाता है। इसका कारण है – वर्षा के पानी का तेजी से बह जाना, वर्षा के पानी का शीघ्रता से भाप बनकर उड़ जाना, वर्षा का कुछ थोड़े ही महीनों में जोर होना।
  • वह जल प्रबंधन युक्ति, जो भारत में लागत का अधिकतम लाभ देने वाली है – वर्षा के जल का संचयन
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की परिभाषा के अनुसार, वर्षा का दिन वह होता है, जब किसी विशेष स्थान पर इस वर्षा की मात्रा होती है – 24 घंटे में5 मिली मीटर से ऊपर
  • गंगा के मैदान में यदि कोई पश्चिम और उत्तर पश्चिम को चले, तो मानसूनी वर्षा करती हुई मिलेगी – क्योंकि गंगा के मैदान में कोई ज्यों-ज्यों ऊपर को बढ़ता जाएगा, आद्रता धारी मानसून पवन और ऊंची जाती मिलेगी।
  • भारत के अर्ध शुष्क क्षेत्रों में जल बाल विकास का प्रमाणक चिन्ह है – मौसमी नदियों के जल का तटबंधीकरण करके जलाशयों के तंत्र की स्थापना
  • भारत में मरुस्थली विकास योजना अब क्रियान्वित है – 40 जिलों में (7 राज्यों में)
  • भारत के उत्तरी मैदानों में शीत ऋतु में वर्षा होती है – प.विक्षोभों से
  • भारत में शरद कालीन वर्षा का क्षेत्र है – पंजाब, तमिलनाडु
  • तमिलनाडु में शरद कालीन वर्षा अधिकांशत: जिन कारणों से होती है, वह हैं – उत्तरी पूर्वी मानसून
  • वह राज्य जिसमें जाड़े के मौसम में बारिश मिलती है वह है – तमिलनाडु
  • भारत में शीतकाल में वर्षा होती है – उत्तर पश्चिम में
  • वर्ष 2004 की सुनामी द्वारा भारत के तत्वों में से सर्वाधिक दुष्प्रभावित हुआ था – कोरोमंडल तट
  • ‘हुदहुद चक्रवात’ से भारत का जो तटीय क्षेत्र प्रभावित हुआ था,  वह  था – आंध्र प्रदेश तट

  • Krishanpal Yadav